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वेब क्रॉलर क्या है? Crawling...


वेब क्रॉलर क्या है? Crawling...

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जब हमलोग ऑनलाइन किसी सर्च इंजन में सर्च करके जानकारी प्राप्त करते है. तो हमें उसी से जुड़े कई जानकरी show हो जाता है. लेकिन यह सभी को मालूम नहीं रहता है की इस तरह से जानकारी कैसे उपलब्ध होती है.

यानि ब्लॉग या वेबसाइट पर हमारे द्वारा पोस्ट किया गया content को सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर कैसे show होता है. इसके show होने के पीछे क्या प्रोसेस होता है.

यह जानकारी सभी वेबसाइट owner या blogger को जानना जरुरी है. क्योकि यह seo और रैंकिंग से जुड़े जानकरी है.

इस पोस्ट में आप  जानेंगे कि seo में वेब क्रॉलर ( web crawlers) क्या है ? क्रॉलिंग क्या है ?  Crawling के लिए क्या करे? Search engine में  web page के लिए  crawling की क्या भूमिका है ? Web crawlers और bots इत्यादी.
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Crawlers या bots क्या है?

(crawler kya hota hai, web crawler, crawl meaning)
Crawlers या bots, किसी भी सर्च इंजन का robots होता है. जिसके द्वारा किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट की डाटा को search engine में show कराता है.

कौन पेज किस तरह से रैंक करेगी यह काम सर्च इंजन के  robots, bots या crawler का होता है. इसे robots, bots, crawler और spider के नाम से भी जाना जाता है.

Search engine optimization में वेबसाइट या ब्लॉग पोस्ट की url submit करके सर्च इंजन के क्रॉलर्स की नज़र में लाया जाता है. जिससे web page सर्च इंजन में रैंक कर सके.

सर्च इंजन के स्पाइडर्स या वेब क्रॉलर images, text, videos, pdf  इत्यादि जैसे सभी तरह के डाटा को  क्रॉलिंग करता है.

क्रॉलिंग क्या है ?

(crawling kya hai? Web crawling, crawling meaning)
Crawling उस प्रोसेस को कहा जाता है. जो crawler के द्वारा किया जाता है. यानि crawl करने की प्रक्रिया को crawling कहा जाता है.

सर्च इंजन में submit किया गया web पेज के url को crawling का यह प्रोसेस के कारन ही ब्लॉग या वेबसाइट की डाटा search engine में रैंक कर पाती है.

Crawling के लिए क्या करे?

(web crawling techniques, how to optimized for search engine crawling)
ब्लॉग या वेबसाइट की किसी भी page को crawling  होने और search engines में show होने के लिए   google search console और bing webmaster में ब्लॉग को verify करना होता है.

फिर अपने ब्लॉग या वेबसाइट का xml sitemap submit करना होता है.
उसके बाद web page का url, google search console या bing webmaster में submit करना होता है.

उसके बाद सर्च इंजन के  robots, bots या crawler उस पेज के अनुसार crawl करके रैंक कराता है.

जरुरी जानकरी

Search engine पर सर्च करने के बाद उससे सम्बंधित जो web पेज की जिस URL बेहतर मैच करती है. वही सर्च इंजन में पहले show होता है.

Search engine, web crawling के दौरान crawl किये जाने वाले web page की priority के अनुसार निर्धारित करतें हैं.

किसी भी search engine के अच्छे रैंकिंग से first page पर अपना web page लाने के लिए कई प्रक्रिया से गुजरना होता है.

जैसे:- यूनिक कंटेंट और quality कंटेंट/ fully seo फ्रेंडली कंटेंट/ सही keyword का placement/ seo फ्रेंडली ब्लॉग, उसकी स्पीड और  रैंकिंग/ आर्टिकल length/ backlink/ searchable keyword related कंटेंट
इत्यादी..............

हमने इस पोस्ट के माध्यम से बताया है की "seo में वेब क्रॉलर ( web crawlers) क्या है? क्रॉलिंग क्या है?  Crawling के लिए क्या करे? Search engine में  web page के लिए  crawling की क्या भूमिका है? Web crawlers और bots इत्यादी."

हमें उम्मीद है की आपको seo, bots, robots, crawl, crawling और spider के बारे में दिया गया यह जानकरी अच्छी लगी होगी. और इससे कुछ सिखने को मिला होगा. इस पोस्ट को कृपया किसी भी social sites पर जरुर शेयर करे.

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